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भारत में इंटरनेट हिंदी में | Internet in India in Hindi

By Admin

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Internet in India in Hindi

भारत में इंटरनेट

हेल्लो दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम जानेगे भारत में इंटरनेट के बारे में की Internet in India in Hindi | नेटवर्क भारत में इंटरनेट? हिंदी में संपूर्ण जानकारी। भारत का इंटरनेट इतिहास बहुत बदल गया है। यह एक ऐसी यात्रा है जो विद्यार्थियों के जीवन से बाहर निकलकर आम लोगों के जीवन में प्रवेश कर चुकी है। आज, भारत का सामाजिक और आर्थिक माहौल बहुत प्रभावित हुआ है, क्योंकि इंटरनेट एक बड़ा कारक बन गया है।

यह लेख भारत में इंटरनेट की शुरुआत से इसके व्यापक उपयोग तक के विकास पर चर्चा करेगा। हम इंटरनेट ने व्यवसाय, शिक्षा, मनोरंजन और सूचना के क्षेत्रों में किए गए व्यापक बदलावों को देखेंगे। हम भारत में इंटरनेट के भविष्य के कठिनाइयों और संभावनाओं पर भी चर्चा करेंगे। भारत का इंटरनेट इतिहास पुराना है। इंटरनेट स्वतंत्रता से पहले भी रहा है।

भारत में इंटरनेट संबंध जानकारियों को निम्न बिन्दुओं के अंतर्गत समझा जा सकता है।

  • प्रत्येक संस्था, जैसे स्कूल, व्यवसाय या तकनीकी क्षेत्र, अपनी खुद की वेबसाइट रखना चाहिए।
  • विभिन्न समाचार पत्रों का इंटरनेट पर उपलब्ध होना परीक्षा के बारे में इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी
  • प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान प्रतिभागियों को ऑनलाइन उपयोग की सुविधा देना।
  • सूचना संबंधी अधिकारों में शामिल विभिन्न विभागों की सूचनाएँ ऑनलाइन उपलब्ध कराना।
  • जनता को सामान्य ज्ञान से संबंधित भौगोलिक, राजनैतिक, ऐतिहासिक और वैज्ञानिक जानकारियों का उपयोग करना।
  • ई-मेल द्वारा विभिन्न विभागों को सूचना देकर आवश्यक जानकारी प्राप्त करना
  • उच्च कार्यालयों की जानकारी आवश्यकता पड़ने पर सरकार को देना।
  • स्कूल में विद्यार्थियों को कम्प्यूटर आधारित इंटरनेट का ज्ञान देना
  • भारत में इंटरनेट उपलब्धता बहुत कम है। यह सभी को इसका उपयोग करने का तरीका बताना है।

वर्ल्ड वाइड वेब

यह शब्द इंटरनेट क्षेत्र में प्रचलित है, जो किसी भी वेबसाइट को जानने या उस तक पहुंचने के लिये अपना उपयोग करना आवश्यक समझता है। W3 भी इसका नाम है। इससे संबंधित विवरण निम्नलिखित है:

इसमें टेक्स्ट, ग्राफ, संगीत, चित्र, फिल्म आदि को इंटरनेट के माध्यम से संग्रहित करके लोगों को उपलब्ध कराया जाता है। हजारों संस्थाओं की निरंतर वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया इसकी उपलब्धि का संकेत है।

वेबसाईट पर उपलब्ध प्रथम पेज होम पेज कहलाता है।

  • Universal Resource Loacater (URL) होम पेज का इंटरनेट पता है।
  • WWW तक पहुँचने के लिए कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर (Web Browser) आवश्यक है।

डोमेन प्रणाली

डोमेन नाम प्रणाली द्वारा प्रत्येक इंटरनेट कंप्यूटर की स्थानीय पहचान की जा सकती है। इससे संबंधित बिन्दु निम्न है –

  • प्रत्येक होस्ट कम्प्यूटर को डोमेन नाम चाहिए।
  • कम्प्यूटरों को एक अंक पर आधारित IP पता दिया जाता है।
  • डोमेन एक कंप्यूटर की पूरी जानकारी देता है, जैसे उसका देश, संस्थान का नाम आदि।
  • डोमेन प्रणाली का एक उदाहरण निम्नलिखित है: Google.com डोमेन नाम का विवरण है।

वेब ब्राउजर

वेब ब्राउजर एक प्रकार का साफ्टवेयर है जो इंटरनेट से जुड़े होने पर उपयोगकर्ता को सामग्री को देखने, सुनने, पढ़ने और प्राप्त करने की अनुमति देता है। विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए कई वेब ब्राउजर उपलब्ध हैं, जिनमें प्रमुख निम्नानुसार है-

क्रमांक आपरेटिंग सिस्टम वेब ब्राउजर

  • यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम (LYNX)
  • विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (CELLO, WINWEB, NETSCAPE EXPLORER)
  • मैक ऑपरेटिंग सिस्टम (MACWEB और SAMBA)

वेब ब्राउजर इंटरनेट पर खोजने के लिए वेब सर्वर को संदेश भेजता है। यह संदेश पैकेटों में जमा होता है, जो व्यवस्थित करके स्क्रीन पर परिणाम दिखाते हैं।

सर्च इंजिन

यह इंटरनेट पर एक ऐसी सुविधा है जिसका उपयोग करके आप आवश्यक जानकारी खोज सकते हैं। ज्यादातर सर्च इंजिन एक ही प्रकार के साईड से दस्तावेजों को खोज सकते हैं। कुछ प्रमुख सर्च इंजिन निम्न है –

होम पेज

जब हम अपने कंप्यूटर पर इंटरनेट लॉगिन करते हैं, पहला पेज जो स्क्रीन पर दिखाई देता है, होम पेज कहलाता है. इस पेज पर आम तौर पर संस्था से संबंधित जानकारी दी जाती है, यदि संस्था का अपना वेबसाइट होता है. दूसरा पेज, जिसे हमने इसके लिए चुना है, होम पेज कहलाता है। Internet पर उपलब्ध संस्थाओं या संस्थाओं को अपना होम पेज अवश्य होना चाहिए। होम पेज से संबंधित शब्द निम्न हैं-

1) HTML

“हाइपर टेक्स्ट मार्कप लैंग्वेज” इसका विस्तार है। इस भाषा को WWW नामक वेब पेज बनाने में प्रयोग किया जाता है। होम पेज या वेब पेज में डालने के लिए आवश्यक जानकारी को HTML निर्देशों के अनुसार टाईप किया जाता है। इसमें ग्राफिक्स भी शामिल हो सकते हैं।

2) HTTP

“हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल” इसका विस्तार है। यदि किसी यूआरएल (यूनिवर्सल रिसोर्स लोकेटर) के पते के पहले http लगा हुआ है, तो इसका मतलब है कि वेबसाइट का होमपेज HTML का उपयोग कर बनाया गया है।

निष्कर्ष:

इंटरनेट क्रांति ने भारत में शिक्षा, व्यापार, सूचना प्रसार और पारस्परिक संबंधों में बड़ा बदलाव लाया है। भारत में अभी भी डिजिटल अंतर को पाटने और इंटरनेट पहुंच बढ़ाने के रास्ते में बाधाएं हैं, लेकिन इंटरनेट स्पष्ट रूप से देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। भविष्य में भारत को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर व्यक्ति इंटरनेट तक पहुंच, खरीद और इसका उपयोग कर सके।

डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना और साइबर अपराधों और धोखाधड़ी से निपटना भी आवश्यक है। कुल मिलाकर, भारत का इंटरनेट भविष्य उज्ज्वल दिखता है। साथ ही इसका स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा।

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